कुछ मत पूछो हाल किसी का
उलझा हुआ सवाल किसी का।।
बहक न जाना पल भर छू के,
महका हुआ रूमाल किसी का।
खुशफहमी मत कभी पालना,
पा के ज़रा विसाल किसी का।
करवट में ही रात कटेगी,
आये अगर खयाल किसी का।
किसी की साजिश का ये नतीज़ा,
झेले शहर बवाल किसी का।
देख के उंगली उठा रहे सब,
खिला कंवल है ताल किसी का
भोले हो सर पे मढ़ देगी,
दुनिया ये जंजाल किसी का।
शोहरत का हकदार बना है,
उलझा हुआ सवाल किसी का।।
बहक न जाना पल भर छू के,
महका हुआ रूमाल किसी का।
खुशफहमी मत कभी पालना,
पा के ज़रा विसाल किसी का।
करवट में ही रात कटेगी,
आये अगर खयाल किसी का।
किसी की साजिश का ये नतीज़ा,
झेले शहर बवाल किसी का।
देख के उंगली उठा रहे सब,
खिला कंवल है ताल किसी का
भोले हो सर पे मढ़ देगी,
दुनिया ये जंजाल किसी का।
शोहरत का हकदार बना है,
किस्मत देख कमाल किसी का
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